दशहरा या विजयदशमी क्यों मनाया जाता है, दशहरा या विजयदशमी कैसे मनाया जाता है,How to celebrate dussehra vijayadashmi utsav
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दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं
(समाचार मीडिया ब्यूरो) दशहरा उत्सव यानी की विजयदशमी को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। शक्ति के प्रतीक का महोत्सव,दशहरे का उत्सव याने विजयादशमी उत्सव शक्ति के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है।
रामलीला और रावण का वध, असत्य पर सत्य की जीत
दशहरा उत्सव और विजयादशमी के के पर्व पर रामलीला का आयोजन भारतवर्ष में जगह जगह पर किया जाता है। रामलीला मैदान में रावण का विशाल काय पुतला बनाया जाता है। और रावण के पुतले को पटाखों से भरकर उसे जलाया जाता है। इसी दिन राम ने रावण का वध किया था इसलिए विजयादशमी तथा दशहरा उत्सव भगवान राम की विजय के रूप में भी मनाया जाता है। इसीलिए दशहरा उत्सव और विजयादशमी महोत्सव को असत्य पर सत्य की विजय की तौर पर देखा जाता है।
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भारतवर्ष में दशहरा जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है। का त्योहार बड़े ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। कहते है कि,दशहरा या विजयदशमी त्योहार भारतीय संस्कृति के वीरता का पूजक और शौर्य का उपासक है। तिथि के अनुसार आश्विन शुक्ल दशमी को मनाया जाने वाला दशहरा याने विजयादशमी यानी आयुध-पूजा हिन्दु समुदाय का एक प्रमुख उत्सव एवं त्योहार है। कहते है कि, व्यक्ति और समाज के रग रग में, रक्त में वीरता प्रकट हो इसलिए भी दशहरा याने विजयादशमी का उत्सव मनाया जाता है।
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दशहरा पर्व याने विजयदशमी पर मेले का आयोजन
दशहरा पर्व याने विजयदशमी-दशहरा पर्व का उत्सव मनाने के लिए भारत देश में करीब जगह-जगह बड़े-बड़े मेलों का आयोजन किया जाता है। मेले में लोग अपने परिवार, परिजनों और दोस्तों के साथ आते हैं और निले-निले गगन के तले और खुले आसमान के नीचे मेले में शामिल होकर हर तरह का पूरा आनंद और लुत्फ लेते हैं। दशहरा पर्व याने विजयदशमी मेले में हर तरह की वस्तुएं तथा घरेलू सामान, सजावट के साजों सामान बेचे और खरीदें जाते हैं। छोटे बच्चों के तरह-तरह के खिलौने बेचे और खरीदें जाते हैं। इतना ही नहीं बल्कि हर तरह की डिजाइन के रंग बेरंगी कपड़े बेचे और खरीदें जाते हैं। कुल मिलाकर दशहरा उत्सव में याने विजयादशमी के मेले में हर क़िस्म के व्यंजनों और मिठाइयों का जायका भी होता है, जो दशहरा महोत्सव और विजयादशमी के पर्व को मीठास से भर देता है।
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