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Showing posts from July, 2022

मोसंबी और अंगूर की मिठास पहुंचेगी की महाराष्ट्र के जालना से सात समंदर पार

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       Posted by: mujib Jamindar महाराष्ट्र के जालना JALNA जिले को मोसंबी जिले के रूप में जाना जाता है। अब जीआई सर्टिफिकेशन GI certification के साथ यहां का मौसम्बी सीधे अंतरराष्ट्रीय बाजार International market में जाएगा। जालना में गुरुवार को डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट एब्स District Export Abs के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें निर्यात विशेषज्ञों ने किसानों , उद्यमियों और पेशेवरों को मार्गदर्शन किया।      जिले में मो सं बी के साथ-साथ सोयाबीन , कपास , मिर्च और अंगूर का भी बड़ी मात्रा में उत्पादन होता है। इसलिए , निर्यात के लिए पर्याप्त अवसर हैं। पौष्टिक वातावरण के कारण , विशेषज्ञ कि माने तो, जालना के  मोसंबी में विटामिन सी और   पोषक तत्व Vitamin C and Nutrients अधिक पाये जाते हैं। मोसंबी के लिए पोषक पर्यावरण उपलब्ध है|     जालना जिले में मोसंबी का क्षेत्रफल 20 हजार हेक्टेयर है। वार्षिक उत्पादन 3 से 4 लाख टन था। औसत उपज 10 टन प्रति हेक्टेयर है।   जीआई रेटिंग से मौसंबी की खेती बढ़ी है। मागरोह्यो , भाऊसाहेब फुंडकर बाग रोपण योजना के साथ-साथ व्यक्तिगत किसान रोपण कर रहे है

सीताफल के लिए अब फल फसल बीमा लागू; किसानों को राहत।

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Posted by: mujib Jamindar       प्रधानमंत्री फसल बीमा   योजना Prime Minister Crop Insurance Scheme के तहत वसंत ऋतु के लिए सीताफल फलों के लिए तीन साल 2021-22, 2022-23 और 2023-24 के लिए मौसम आधारित फल फसल बीमा योजना का पुनर्गठन किया गया।   इस महत्वपूर्ण योजना से फल उत्पादक   किसानों को राहत मिली है।     प्राकृतिक आपदाओं और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण सीताफल Seetaaphal की फसल के नुकसान के मामले में किसानों को बीमा कवर Insurance cover प्रदान करना , फसल नुकसान की सबसे कठिन स्थिति में किसानों की वित्तीय स्थिरता बनाए रखना ,  साथ ही किसानों को  नयी  और उन्नत खेती प्रौद्योगिकियों और सामग्रियों , कृषि के उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना क्षेत्र किसानों को उत्पादन जोखिमों के साथ-साथ खाद्य सुरक्षा फसलों से बचाने के लिए ऋण आपूर्ति में निरंतरता। READ ALSO  👇👇👇 PRADHANMANTRI KUSUM YOJANA: प्रधानमंत्री कुसुम योजना; किसान को मिलेंगी 60 प्रतिशत सबसिडी   महाराष्ट्र के इन जिलों में योजना       यह योजना वर्ष 2021 से पहली बार महाराष्ट्र के  जालना, औरंगाबाद ,परभणी,नांदेड़,बीड,उस्मानाबाद,लातूर,पुणे,

PRADHANMANTRI KUSUM YOJANA: प्रधानमंत्री कुसुम योजना; किसान को मिलेंगी 60 प्रतिशत सबसिडी

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      Posted by:Mujib Jamindar     किसान भाइयों आप सभी जानते हैं कि किसानी करना यानी की खेती करना आए दिन   दिक्कत का काम होता जा रहा है। किसान अगर पारंपरिक तौर तरीके से खेती करता है तो उसे फसल का   उतना उत्पन्न नहीं होती जीतना कि वह चाहता है। इसलिए किसान कुछ नया नया प्रयोग करके साधन और जुगाड जुटाकर मॉडर्न खेती करना चाहता है। और आए दिन अपनी आय बढ़ाने की फिक्र में रहता है।     हमारी सरकार भी किसान भाइयों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और उसकी आय बढ़ाने के लिए नई नई योजनाएं आती रहती है। इसी कड़ी में दूरदराज खेती में जहां पर सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता तो है लेकिन पंप के लिए बिजली उपलब्ध नहीं है ,  या तो फिर किसान पेट्रोल और डीजल पर चलने वाले पंप का उपयोग करते हैं तो किसान को बढ़ती महंगाई के कारण पेट्रोल और डीजल के लिए बहुत अधिक खर्च करना होता है। इसके कारण किसान को खेती से मिलने वाले उत्पादन यानी आए में काफी कटौती होती है और किसानों को खेती करना जोखिम भरा हो जाता है।     लेकिन अब सरकार ने लागत कम और उत्पादन अधिक करने के लिए किसान भाइयों को सोलर पंप SOLAR PANEL लगवाने के लिए योजना लाई है

PM Fasal Bima Yojana: 31 जुलाई तक किसान करले ये जरुरी काम, नही तो !

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  Posted by: mujib Jamindar प्रिय किसान भाइयों आप सभी जानते हैं कि भारत वर्ष में मानसून के आगमन होते ही भारत देश के महाराष्ट्र राज्य समेत अधिकांश राज्यों में खरीफ फसलों की बुवाई अधिकतर हो गई है | और कहीं कहीं पर खरीफ फसलों की बुवाई तेजी से हो रही है। आप सभी किसान बखुबी जानते हैं कि भारत में बहुत सारी जगह पर बादल फटने से या अधिकतम बरसात के कारण जनजीवन प्रभावित होकर भविष्य में किसी भी आपदा के कारण किसानों को खरीफ फसलों की खेती में नुकसान उठाना पढ सकता है। और किसान का आर्थिक बजट तहेस-नहेस हो सकता है। ऐसे में किसान भाइयों को सर पर हाथ रखकर बैठने के सिवाय कुछ भी विकल्प नहीं बचता। ऐसे में कोई जोखिम न उठाना पड़े , इसके लिए सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना P radhanmantri Fasal Bima Yojana ( PMFBY) 2022 के तहत किसानों को फसल बीमा की सुविधा प्रदान की है।     देश के विभिन्न राज्यों में   खरीफ फसलों के बीमा के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित की गई है। निर्धारित समय से पहले   किसान अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं , और चिंता मुक्त खेती कर सकते हैं। किसान भाइयों , अगर आप भ