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अवैध बालू माफियाओं पर पुलिस की कार्रवाईPolice action on illegal sand mafia

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        जर्नलिस्ट मुजीब ज़मीनदार    (समाचार मीडिया ब्यूरो) पोलीस  को प्राप्त गोपनीय सूचना के आधार पर ठाणे आष्टी से पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों की टीम ने एक दस्ता बनाकर हादिया में अवैध व्यापार तथा अवैध बालू की तस्करी करने वाले बालू माफियाओं पर कार्रवाई की।  इस ऑपरेशन में बिना नंबर का ट्रैक्टर और एक ब्रास  रेत वाली ट्रॉली कुल 7,05,000 रुपये की कीमती सामान जब्त कर लिया गया है।  मामले के आरोपी की पहचान  पाटोदा तालुका परतुर जिला जालना के निवासी 26 वर्षीय बलिराम शिवाजी गायकवाड़ के रूप में हुई है। आरोपी के खिलाफ दंड संहिता की धारा 379 और खनिज अधिनियम की धारा 3 और 4 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है |      सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार  यह कार्रवाई  विनायक देशमुख पुलिस अधीक्षक जालना, माननीय.  श्री विक्रांत देशमुख अपर पुलिस अधीक्षक जालना, माननीय  राजू मोरे  अनुमंडल पदाधिकारी परतुर इनके मार्गदर्शन में ,सिंघम पोलीस ऑफिसर  श्री शिवाजी नागवे API एवं प्रभारी पुलिस अधिकारी ठाणे आष्टी, पोना/1311 जगन्नाथ सुकरे, पोको/1661 दीपक पवार, पोको/837 विनोद वाघमारे

पत्रकारों को चाहिये की वह सत्य पर आधारित समाचार प्रकाशित करे:- API शिवाजी नागवे Journalists should publish news based on truth:- API Shivaji Nagve

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     पत्रकार और अख़बार समाज का आईना होता है। और अख़बार बार में छपी हर अच्छी बुरी खबर का गहरा असर समाज पर होता है। इसीलिए पत्रकारों को सत्य पर आधारित समाचार प्रकाशित करना चाहिए , ऐसा आष्टी पुलिस स्टेशन के API शिवाजीराव नागवे ने कहा है, वह दर्पण दिन के अवसर पर आयोजित पत्रकार सम्मान समारोह में बोल रहे थे।     इस अवसर पर पुलिस स्टेशन की ओर से API श्री नागवे और उनके साथियों ने पत्रकारों का उचित सम्मान किया।    इस समय पत्रकार मोहन सोळंके इन्होंने अपने विचार रखे , उन्होने कहा की पत्रकार समाज जोड़ने का काम करते हैं , और एक कविता भी पढ़कर सुनाई |     समाचार मीडिया के संपादक पत्रश्री पत्रकार  मुजीब जमीनदार ने भी अपने विचार रखे , उन्होंने कहा कि पत्रकार और मीडिया समाज का प्रति बिंब होता है। अखबार और पत्रकारों पर समाज का बड़ा विश्वास होता है। इस समय हमारी जिम्मेदारी और नैतिकता और भी बढ़ जाती है | समाचार लिखने, छपवाने और प्रकाशित करने से पहले समाचार और घटना की सत्यता को जाँचना चाहिए। कही - सुनी बातों पर आधारित समाचार छ पवाने से समाज , शासन और शासकों पर बुरा असर पड़ता है। और मीडिय