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Showing posts from October, 2020

दशहरा कि हार्दिक शुभकामनाएं।

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  || समाचार-मीडिया.कॉम के सभी प्रिय पाठ्को को हमारी ओर से दशहरा कि हार्दिक शुभकामनाए ||   शुभेच्छुक -- संपादक/जर्नलीस्ट: मुजीब ज़मीनदार

ज्वार कि खेती कैसे करे How to cultivate jowar  

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  Posted by: MUJIB JAMINDAR प्रतीकात्मक चित्र ज्वार कि खेती कैसे करे ?     प्रिय किसान भाई आप सभी भली-भांती जानते है, के फसल उगाने के साल में दो महत्वपूर्ण हंगाम होते है| और खास बात तो यह है, के दोनो ही हंगाम मौसम पर निर्भर है| मौसम अगर अनुकुल और सकारात्मक हो, तो दोनो ही हंगाम याने खरीप और रब्बी हंगाम में फसले अच्छे उत्पादन देते है| अगर फसल दानेदार भी हो ,तो किसान को अच्छे अनाज उत्पादन के साथ पशुओं के लिये चारा-घांस भी बडी मात्रा में उपलब्ध हो जाता है| अगर किसान खुद पशुपालक ना भी हो, तो पशुओ के लिये चारा बेचकर आय बडा सकता है| ज्वारी संपूर्ण भारत वर्ष में लिये जाने वाली फसल    ज्वार यह अनाज साधारण संपूर्ण भारतवर्ष में लिये जाने वाली फसल मानी जाती है| भारतवर्ष के करीब सभी राज्य में ज्वार कि खेती किये   जाती है| राज्य के हिसाब से ज्वार के किस्म अलग-अलग हो सकते   है| लेकीन बुवाई का तरीका आमतौर पर समान हि रहता है| ज्वार कि फसल साल के दोनोही हंगामो में कि जाती है| याने खरीप और रब्बी, इन दोनो हंगाम में ज्वार के बीज कि बुवाइ किये जाती है| और यह फसल किसान को नगदी रुपये देनेवाली फसल मान

कैसी है फार्म मशीनरी बैंक योजना HOW IS FARM MACHINERY BANK SCHEME

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प्रतीकात्मक चित्र   परंपरागत खेती और किसानी !        प्रिय किसान भाई हम सदियो से खेती व्यवसाय करते आ रहे है| लेकीन परंपरागत तरीके से | हमारे पुर्खोने बडेही मेहनत से और पसीना बहाकर खेती और किसानी करके हमारा पालन-पोषण किया है| और कदम कदम पर ठोकरे खाये है| हौसला था तो गिरते-संभलते गये औरो को मंजिल मिली, और चलते गये | लेकीन परंपरागत तरीको से खेती और किसानी करना, ज्यादा मेहनत और कम उत्पाद ऐसे ही चलता गया| आधुनिक खेती ओर पहेला कदम       लेकीन पिछले कुछ वर्षो से हम आधुनिक खेती और किसानी, बागबानी करने कि ओर चल रहे है| खेती जमीन तय्यार करने से लेकर कटाई तक, आधुनिक यंत्र उपलब्ध है| जो किसान सधन है, वही यह महेंगे वाले फार्म मशीन खरीद पाय| जिनकी संख्या हातो के उंगलीयों पर गिनी जा सकती है| प्रतीकात्मक चित्र       लेकीन अभी भी लाखो किसान भाई ऐसे है, जो आधुनिक खेती करना तो चाहते है | लेकीन ऐसे महेंगे यंत्र मशीनरी खरीदने के लिये असमर्थ है| क्योंकी उन गरीब और सामान्य जीवन बिताने वाले किसानों के पास परयाप्त राशि नही है| और ऐसा नही के हम सामान्य, गरीब किसानों कि मुश्किले सरकार को पता नही? हां हमा

कृषी कानुन के विरोध में राहुल गांधी का यल्गार Rahul Gandhi's protest against Krishi Kanun  

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  प्रतीकात्मक चित्र कृषी कानुन के विरोध में राहुल गांधी का यल्गार        पिछले पखवाडे में याने सितम्बर महीने में केंद्र सरकार द्वारा पारित किये गये कृषी कानुनो के विरोध में अखिल भारतीय कॉंग्रेस के पुर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ताल ठोक कर यल्गार पुकारा है| मेगा जिला पंजाब से कृषी बचाव आंदोलन कि शुरु वात करते हुवे राहुल गांधी ने कृषी कानुनो के विरोध में तिन दिवसीय अभियान कि ज्योत जलाई है| मेगा में निकाले गये कृषी बचाव आंदोलन कि शुरुवात राहुल गांधी ने ट्रेकटर रैलि से कि| इस समय गांधी के साथ पंजाब के नेतागण भी मौजुद थे| अंदाजा तीन हजार पांच सौ किसानो ने आंदोलन में हिस्सा लिया|  इस भव्य आंदोलन में किसानो को सम्भोधीत करते हुवे राहुल गांधी ने कहा के, केंद्र में बैठी मोदी सरकार को कृषी कानुनो को पारित करने कि जल्दी क्या थी! कृषी कानुनो को पारित करने से पहेले केंद्र सरकार को सदन के दोनो हिस्सो में ,याने लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा करनी चाहिए थी ,लेकीन ऐसा नही हुवा| और आनन-फानन में काले कानुनो को किसान समुदाय पर लादा गया|          आगे कहते हुवे राहुल गांधी ने यह कहा के हमारी सरकार बनने पर हम

प्याज कि नर्सरी कैसे करे ? How to nursery onions?

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  प्रतीकात्मक चित्र प्याज कि नर्सरी कैसे किये जाती है| प्याज कि नर्सरी दोनो भी हंगामो में याने खरीप और रब्बी इन दोनो हंगामो में कि जाती है|     प्याज़ कि नर्सरी कैसे करते हैं।      (समाचार मीडिया ब्यूरो)  भाई किसान क्या आप जानते है, के प्याज कि नर्सरी कैसे किये जाती है| प्याज कि नर्सरी दोनो भी हंगामो में याने खरीप और रब्बी इन दोनो हंगामो में कि जाती है|       प्याज कि नर्सरी करना  अक्टूबर महीने के दुसरे पखवाडे में रब्बी में उचित माना माना जाता है, और अक्टोबर महीने में हि करनी चाहिए|      प्याज़ कि नर्सरी  एक हेकटेयर खेत में रोपाई के लिये पांच आर क्षेत्र योग्य होती है| और इस हिसाब से पांच आर क्षेत्र में छे सात किलोग्राम बीज कि जरुरत होती है|  ये भी पढ़ें 👉  ज्वार कि खेती कैसे करे How to cultivate jowar          प्याज़ कि नर्सरी कैसे करते हैं? प्याज़ कि नर्सरी के लिए  भाप तय्यार करने से पहले हि, पहेली फसल कि खरपत्वार और खडे, कंकर,पत्थर निकाल फेके|      आधा टन गाय के गोबर का मिश्रण बनाकर मिलाये अच्छी तरह, और अच्छी जुताई भी कर देना उचित है|      जरुरत के मुताबिक बेड दस पंधरा