प्रतीकात्मक चित्र परंपरागत खेती और किसानी ! प्रिय किसान भाई हम सदियो से खेती व्यवसाय करते आ रहे है| लेकीन परंपरागत तरीके से | हमारे पुर्खोने बडेही मेहनत से और पसीना बहाकर खेती और किसानी करके हमारा पालन-पोषण किया है| और कदम कदम पर ठोकरे खाये है| हौसला था तो गिरते-संभलते गये औरो को मंजिल मिली, और चलते गये | लेकीन परंपरागत तरीको से खेती और किसानी करना, ज्यादा मेहनत और कम उत्पाद ऐसे ही चलता गया| आधुनिक खेती ओर पहेला कदम लेकीन पिछले कुछ वर्षो से हम आधुनिक खेती और किसानी, बागबानी करने कि ओर चल रहे है| खेती जमीन तय्यार करने से लेकर कटाई तक, आधुनिक यंत्र उपलब्ध है| जो किसान सधन है, वही यह महेंगे वाले फार्म मशीन खरीद पाय| जिनकी संख्या हातो के उंगलीयों पर गिनी जा सकती है| प्रतीकात्मक चित्र लेकीन अभी भी लाखो किसान भाई ऐसे है, जो आधुनिक खेती करना तो चाहते है | लेकीन ऐसे महेंगे यंत्र मशीनरी खरीदने के लिये असमर्थ है| क्योंकी उन गरीब और सामान्य जीवन बिताने वाले किसानों के पास परयाप्त राशि नही है| और ऐसा नही के हम सामान्य, गरीब किसानों कि मुश्किले सरकार को पता नही? हां हमा