पत्रकारों को गरीबों को न्याय दिलाने का प्रयास करना चाहिए।-प्रिंसिपल बिरादार

 

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(समाचार मीडिया ब्यूरो) पत्रकारों को गरीबों को न्याय दिलाने का प्रयास करना चाहिए। ऐसा लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय के प्राचार्य श्री. एल.के. बिरादर दर्पण दिवस के अवसर पर आयोजित पत्रकारों के सम्मान कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस मौके पर आष्टी व आसपास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।

 इस अवसर पर उपस्थित सभी पत्रकारों को सम्मानित किया गया।

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पत्रकारों के विचार

     अभिनंदन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विष्णु सोलंके ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की मौजूदगी के बावजूद प्रिंट मीडिया अभी भी महत्वपूर्ण है।  इसी तरह सुधाकर जाधव ने कहा कि उन्हें लाल बहादुर शास्त्री कॉलेज का छात्र होने पर गर्व है।

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    पत्रकार मुजीब जमीनदार ने भी इस अवसर पर अपने विचार  व्यक्त किया।  पत्रकार वस्तुनिष्ठ समाचार लिखें और खोजी पत्रकारिता भी करें।  ईमानदार पत्रकारिता आज भी बहुत जरूरी है, इसलिए पत्रकारों को चाहिए कि उन्हें ईमानदार पत्रकारिता करनी चाहिए।

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      वहीं पत्रकार राजेश नायक ने भी विचार व्यक्त किए।  उन्होंने अपने भाषण में कहा कि पत्रकारों को अपने लेखन के माध्यम से आम आदमी के मसलों को हल करें।

उपस्थित पत्रकार मित्र

 इस मौक़े पर हारून भाई कच्छी, मुजीब भाई जमीनदार, मोहन सोलंके, राजेश नायक, अशोक दहिभाते, विष्णु सोलंके, राहुल आवटे, उमेश राजमाने, रमेश अंकुशकर, अंगद मुंडे, गोपाल पोटे, अभिजीत चौरे, उमेश वैद्य, सोपान वाघमारे और बड़ी संख्या में आष्टी के पत्रकार इस अवसर पर उपस्थित थे।

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प्रतिष्ठित उपस्थित प्राध्यापक

      इस समय प्रो.  धोंडगे, प्रो.  एस. जी. बिराजदार, प्रो.  कदम, बी.  एस. नागरे, बद्री कदम, डी.  डी. पवार, मोहन सोलंके सहित प्राध्यापक, शिक्षक उपस्थित थे।

     परिचय माधव सरनाईक ने किया और सुत्र संचालन कैलास शेलके ने किया जबकि धन्यवाद प्रस्ताव प्रो. खरात इन्होंने किया।

        कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

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