ज़ुलमत से बचाने के लिए मुहम्मद पैग़म्बर साहब को नबी बना कर दुनिया में भेजा गया।
Journalist Mujib Jamindar
(समाचार मीडिया ब्यूरो)ज़ुलमत से बचाने के लिए मुहम्मद पैग़म्बर साहब को नबी बना कर दुनिया में भेजा गया। ऐसा मौलाना गुलाम सुभानी ने अपने बयान में कहा। वह जमीअत उलेमा ए हिन्द के जलसे प्रोग्राम में बोल रहे थे।
जमीअत उलेमा ए हिन्द के जानिब से सिरतुन नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम व इस्लाहे मुआशेरा के प्रोग्रामात का सिलसिला जारी है।
ख़दीजा मस्जिद आष्टी जिला जालना में प्रोग्राम हुवा, प्रोग्राम बड़ा कामयाब रहा। जमीअत उलेमा ए हिन्द के इस जलसे प्रोग्राम में पूरे बस्ती के लोगों ने शिरकत की और जमीअत उलेमा ए हिन्द के इस प्रोग्राम को कामयाब करने में हर मुमकिन कोशिश की। जमीअत उल्मा ए हिन्द आष्टी के सदर मुफ़्ती अब्दुल अलीम साहब मिल्ली रहमानी ने जमीअत उल्मा ख़दीजा मस्जिद की जमीअत उल्मा मोहल्ला कमेटी का इंतेखाब किया।
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जमीअत उलेमा ए हिन्द के प्रोग्राम का आगाज़ हाफ़िज़ इमरान साहब की तिलावत से हुवा । जमीअत उलेमा ए हिन्द के इस जलसे प्रोग्राम का जनाब मुजीब भाई ज़मीनदार ( सेक्रेटरी जमीअत उल्मा ) की सदारत में मुनाकिद हुवा। निजा़मत के फ़राइज हाफ़िज़ मौलाना अमन साहब ने अंजाम दिए। मुकर्रिरे अव्वल की हैसियत से मौलाना मुहम्मद अमन साहब रहे और मुकर्रिरे खु़सूसी की हैसियत से मौलाना सुबहानी साहब मिल्ली (रुकन जमीअत उल्मा आष्टी) रहे।
जमीअत उलेमा ए हिन्द के जलसे प्रोग्राम में अपने खि़ताब में हज़रत ने लोगो को जमीअत उल्मा से जुड़कर रहने। और हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की तालीमात पर अमल करने और बुराई से बचने की हिदायत दी।
जमीअत उलेमा ए हिन्द का ये अज़ीमूशशान जलसा प्रोग्राम हज़रत हाफ़िज़ अफ़ज़लुद्दीन साहब मिल्ली फा़रोकी (सरपरस्ते आला जमीअत उल्मा ) की सरपरस्ती में मुनअकीद हुवा।
खदीजा मस्जिद आष्टी में जमीअत उल्मा मोहल्ला कमेटी बनाई गई।
वाजे़ह रहे के इसी प्रोग्राम में जमीअत उल्मा आष्टी के सदर मुफ़्ती अब्दुल अलीम साहब मिल्ली रहमानी ने जमीअत उल्मा ख़दीजा मस्जिद मोहल्ला कमेटी का इंतेखाब किया जिस में।
जमीअत उलेमा ए हिन्द खदीजा मस्जिद मोहल्ला कमेटी का मुहम्मद गोस भाई को सदर मुंतखब किया गया।
नायब सदर अब्दुल हकीम भाई और वसीम भाई को बनाया गया।
सिक्रेटरी अनीस सर शेख, ज्वाइन सिक्रेटरी अब्दुस सत्तार साहब और हाफिज इमरान साहब का इंतेखाब किया गया और हाजी लाइक साहब को खाजिन बनाया गया।
अल्लाह ताला जमीअत उलेमा ए हिन्द के इस इंतेखाब को कुबूल फ़रमाए और नज़रे बद से हिफ़ाज़त फ़रमाए आमीन।
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इस मौके पर जमीअत उल्मा के तमाम ज़िम्मेदारान हज़रात मौजूद थे, जिनमे जमीअत उल्मा आष्टी के सदर मुफ़्ती अब्दुल अलीम साहब मिल्ली रहमानी, जनरल सेक्रेटरी मौलाना अलीम बागवान, सेक्रेटरी मौलाना आदिल साहब बैती, जनाब मुजीब भाई जमीनदार सेक्रेटरी जमीअत उलेमा ए हिन्द, मौलाना अमन साहब नदवी और हाजी यजदानी भी मौजूद थे।
जमीअत उलेमा ए हिन्द के इस जलसे प्रोग्राम का इख्तेताम मौलाना सुबहानी साहब मिल्ली नदवी की दुआ पर हुवा।
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