छात्र और पालको कि गुहार ! 10 वी 12 वी कक्षा के छात्र-छात्राव को बिना परीक्षा प्रमोट करे महाराष्ट्र सरकार
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आज पुरे विश्व में कोरोना वायरस ने संपूर्ण
मनुष्य जीवन को अपने चपेट में ले लिया है| आए दिन कोरोना से संक्रमित मरीजो का
आंकडा लाखो कि संख्या में बढ रहा है| हर रोज कोरोना से संक्रमित मरीजो के मौत के
आंकडे डरावने आ रहे है| जिस कारण चारो ओर डर और भय का वातावरण है|
कोरोना का खतरा बढ रहा है
आंकडे बताते है के संपूर्ण विश्व में जितने
लोग संक्रमित हो रहे है| 100 में 20 प्रतिशत तो सिर्फ हमारे भारत वर्ष से है| यह
आंकडे अपने आप में डरावने है| 24 घंटो में (दिन) में एक लाख से ज्यादा कोरोना
संक्रमित मरीजो के आंकडे हर भारतीय को चौकाने वाले है| याने यह संक्रमित आंकडे यह
साबीत करते है के कोरोना का मौत का जाल भारत में सबसे ज्यादा है| इन आंकडो में विश्व के हिसाब से भारत देश सबसे उंचे पायेदान
पर है| कोरोना संक्रमित के यह आंकडे बेहद डरावने और खौफनाक है|
पाठको को हम बतादे के विश्व में कोरोना
वायरस से संक्रमित आंकडो में से 20 प्रतिशत आंकडे सिर्फ अकेले भारतवर्ष से है| और 20 प्रतिशत कोरोना संक्रमित मरीजों के
आंकडो में से आधे से अधिक याने 10 से 12 प्रतिशत मरीज अकेले महाराष्ट्र राज्य से
है,जो समाज और सरकार दोनो को भयभीत कर देनेवाले है|
कोरना वायरस के चपेट में आ कर मरने वाले
मरीजो कि संख्या अगर देखे तो पिछले 24 घंटो में पुरे भारतवर्ष में 685 से अधिक
मौते सिर्फ अकेले महाराष्ट्र राज्य से हुई है| याने कुल संख्या में से 325 से
ज्यादा मौते हुई| यह संख्या महाराष्ट्र राज्य को सीधे चेतावणी दे रही है|
बोर्ड कि परीक्षा छात्रो और
पालको के लिये बेहद जोखीम !
यह सब आंकडे हम आप पाठको तक इस लिए बताना
जरुरी समझ रहे है ,के अगले पखवाडे में याने 24 एप्रील से महाराष्ट्र में 10 वी और
12 वी कक्षा के छात्र-छात्राव कि परीक्षा लेने कि घोषणा महाराष्ट्र सरकार के
शिक्षा विभाग ने ली है|
एक तरफ सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिय
अनेक उपाय कर रही है| जैसे संपूर्ण राज्य में कडक लॉकडाऊन लगाया जा रहा है| कुछ
शितीलताये है, यह अलग बात है| जैसे सभी सार्वजनिक एवम धार्मिक कार्यक्रम पर रोक
लगादी गइ है| ताके लोग इकठठा जमा ना हो, और कोरोना वायरस कि मौत कि जंजीर को तोड
सके|यह सरकार कर उचित कदम माना जा सकता है|ईसीके के मद्दे नजर मंदिर-मस्जिद, गुरुद्वारा
और गिरजा घरो में भी प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है|यह देखते हुवे के कोरोना वायरस
का प्रभाव कुच हद तक रोका जा सके| यहां तक के अवाजाही पर भी गाईड लाईन जारी कि गई
है|कोरोना वायरस को रोकने कि सरकार काफी हद्द तक उपाय कर रही है|यह सरकार का
उत्तरदायित्व भी है|
महाराष्ट्र सरकार का सराहनिय
फैसला
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए
महाराष्ट्र सरकार के शिक्षा विभाग ने पहले चरण में 1 ली कक्षा से लेकर 8 वी कक्षा
के छात्र-छात्राव को बिना परीक्षा लिये अगली कक्षा के लिये प्रमोट किया है| और फिर
तडके दुसरे चरण में 9 वी और 11 वी कक्षा के छात्र-छात्राव को भी प्रमोट किया है, यह
महाराष्ट्र सरकार का उचित और सराहनिय निर्णय रहा है| महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले
से मासुम छात्र-छात्राव समेत पालक वर्ग में समाधान तथा खुशी का माहोल है|
छात्र-पालक तथा सरकार कि
परीक्षा
लेकीन अब समय आ गया है, 10 वी और 12 वी कक्षा
के छात्र-छात्राव के परीक्षा का| तो यह विषय कोरोना संक्रमण के बढते खतरे को देख
कर महाराष्ट्र सरकार को बडे ही सावधानी और संवेदनशीलता से लेना चाहिए| अभी तो
सरकार ने परीक्षा लेने का निडर फैसला लिया है| जब के महाराष्ट्र में कोरोना
संक्रमण का खतरा कही गुना अधिक हुआ है| कोरोना से संक्रमित मरीजो कि संख्या आए दिन
रुला रही है|
ऐसे भय के माहोल में और मौत से खेलने के लिये सरकार 10 वी और 12 वी कि कक्षा के छात्र-छात्राव कि जान
कीस लिये खतरे में डाल रही है? यह समझना बेहद मुश्किल है|
जब के सरकार के सामने जान बचाने के साथ-साथ छात्र-छात्राव के उज्वल भविष्य
का भी उत्तरदायित्व अधिक है|
महाराष्ट्र राज्य के
मराठवाडा विभाग में ब्राझील से भी ज्यादा कोरोना संक्रमण का खतरा बढता हुवा दिखाई
दे रहा है| हम यहा पर ब्राझील देश का उल्लेख इस लिये भी कर रहे है, के महाराष्ट्र
राज्य के मराठवाडा विभाग के बिड जिले के अंबाजोगाई में दो दिन पहले 11 लोग जो
कोरोना वायरस के चपेट में आने से मृत्यू कर गये, उन्हे एक हि चिता पर अग्नी देने
कि दुखद घटना सामने आयी है| यह माहोल महाराष्ट्र के सभी जीलो में लगभग कम-ज्यादा
दिखाई दे रहा है|
कोरोना वायरस का आतंक
क्या ऐसे कोरोना वायरस के आतंक के बीच
10 वी और 12 वी कक्षा के छात्र-छात्राव कि परीक्षा लेना उचित है? यह मेरे और अनेक
पालको के दृष्टी से बेहद खौफनाक साबीत हो सकता है! छात्र-छात्राव के जिंदगी के से
सीधे खेलने जैसा होगा! क्या यह चिंता को बढाने वाला निर्णय सरकार वापस नही ले
सक्ती?
महाराष्ट्र सरकार से छात्र
और पालको कि गुहार ! 10 वी 12 वी कक्षा के छात्र-छात्राव को बिना परीक्षा प्रमोट
करे
हम महाराष्ट्र राज्य के आदरणीय मुख्यमंत्री
उद्धवजी ठाकरे, उप-मुख्यमंत्री अजितदादा पवार तथा शिक्षामंत्री वर्षा जी गायकवाड एवम
महाराष्ट्र राज्य के आरोग्यमंत्री राजेश जी टोपे इनसे सभी पालक वर्ग के तरफ से
प्रातिनिधीक स्वरूप में यह अनुरोध करते है, के सरकार 10 वी और 12 वी के
छात्र-छात्र्वो कि परीक्षा लिये बिना हि उन्हे प्रमोट करे| सरकार कोरोना संक्रमण
के खतरे को भांपते हुवे अपने विशेष अधिकार का सदुपयोग कर उचित और निडर फैसला करने के
लिये स्वतंत्र है|
10 वी और 12 वी कक्षा के चात्र-छात्रावो को बिना
परिक्षा प्रमोट करने के इस फैसले से हजारो-लाखों छात्र-छात्राव कि जान जोखीम लेने
से बच सकती है|
उद्धव ठाकरे सरकार के इस
उचित फैसले का जिक्र इतिहास के पंनो पर सुवर्ण अक्षरो में लिखा जायेगा|
हम इस विशेष लेख के माध्यम से महाराष्ट्र सरकार से सिर्फ अनुरोध हि नही बल्की गुहार लगाते है, के महाराष्ट्र सरकार 10 वी और 12 वी कक्षा के छात्र-छात्राव को बिना परीक्षा लिये प्रमोट करे| यह छात्र और उनके पालको के लिये बडा उपहार और उपकार भी होगा|
बिलकुल कोरोना के खतरे के चलते परीक्षा लेना ठीक नहीं
ReplyDelete👍🏻👍🏻
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