सार्वजिक आयोजन में कोरोना से कैसे बचे ?How to escape from Corona in public event?

सार्वजिक-आयोजन-में कोरोना-से-कैसे-बचे

          Covid-19 याने कोरोना के भारत में प्रवेश के बाद सरकार द्वारा कोरोना को रोकने के लिए कडक कदम उठाया गयायाने लॉकडाऊन लगाया गया| जिसका पालन हम सब ने मिलकर किया, पालन तो किया लेकीन बनाये गये भविष्य प्लान योजना और वर्तमान कि योजनाएं  धारा शाही हो गये| एक तो आर्थिक तंगी उपर से बनाई योजना के असफल होने का खतरा सब लोगों के सर पर मंडराता रहा| किसी के जवान बेटी कि शादी-ब्याह  तो किसी के घर में मंगनी, मुह दिखाई का आयोजन, जन्म दिवस मनाने का आयोजन, बडी मन्नतो से मांगे हूवे पोता-पोती कि नाम रखाई का आयोजन और बहोत सारे आयोजन जिस कि सूची लंबी बन सकती है| यह आप सभी पाठक/viewer's  सठीक जानते है| उपर दि गयी सुची मैने प्रातिनिधीक तौर पर प्रस्तुत किया है| आप सभी समझ सकते है के आपके घर में, आपके परीजनो के घर में, दोस्तों के घर में, सहलीयों के घर और परिवार में कोनकोनसे प्लानिंग कि गयी थी| कोरोना काल में सब के सब धाराशाही हो गई।  


लॉकडाऊन का उचित फैसला 

       कोरोना के चलते संक्रमण से लोगों को बचाने के प्रयास में सरकार द्वारा लॉकडाऊन लगाया गया| जिसे लगाना मै समझता हुं कि बहोत हि जरुरी और उचित कदम था| जिसे हम सबने हि मिलकर स्वीकार  किया और इच्छासे या फ़िर कहे कि, मजबुरी में पालन भी किया है| इस प्लानिंग में सरकार कितनी कामयाब रही ? या फिर इसके क्या क्या नुकसानात हुवे यह समीक्षा का विषय हो सकता है| और इस विषय में समीक्षा होनी भी चाहिये|


देश भर में अन्लौक कि प्रक्रिया शुरु


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प्रतीकात्मक चित्र

            खैर अब पुरे देश में अनलॉक कि प्रक्रिया शुरू हो गयी है| लोग सार्वजनिक वाहनों से बडी संख्या में प्रवास कर रहे है| बाजारहाट पुरी तरह लग-भग खुल रहे है कारखाने में उत्पादन कि प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है| ऑफिसेस खुल रहे है, शैक्षनीक संस्थाने भी खुलने के आसार दिखाई दे रहे है|

       कहीं महिनो से रुके आयोजन, शादी-ब्याह हो रहे है, सार्वजनिक आयोजन हो रहे है| इसका मतलब यह तो नही के कोरोना चला गया वह अभी गया नही, बल्की यही हमारे आस-पास मंडरा रहा है| ऐसे में कोरोना का खतरा और भी बढ गया है| फिर हमे क्या-क्या सावधानिया बरतनी चाहिए? या युं समझे सावधानिया बरतना बहोत जरुरी है|

 

जिना अगर जरुरी है तो सावधानी जरुरी है|

          अभी कोरोना का खतरा कहीं गुना बढ रहा है| जब कोरोना ने प्रवेश किया तो हम सतर्क रहे, जब कोरोना सौ कि संख्या में था तो हम सतर्क रहे, जब कोरोना से संक्रमित हजारों में आए तो भी हम सतर्क रहे, लेकीन अब भारत में कोरोना संक्रमित मरीज लाखों में मील रहे तो हम असतर्क हो गये| यही हमारी चूक हो रही है, तो हमे जिने के लिए सतर्क रहना और  सावधानिया बरतना बहोत जरुरी है|


कौन कौनसी सावधानिया रख

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·       बहोत जरुरी है तब हि आप किसी गेट टुगेदर का आयोजन करे |

·       ध्यान रखे आयोजन किसी खुली और हवादार जगह पर हि रखे |

·       बहोत कम संख्या में और निकट के परीजनो को ही  नेवता दे |

·       बहोत ज्यादा भीड ना जमाए |

·       सरकारी डर कि वजह से नहीबल्की अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझकर करे |

·       खान-पान और परोस्ने में सफाई का बहोत ध्यान दे |

·       अगर आप किसी शादी-ब्याह में शिरकत कर रहे हैतो बताये गये मार्गदर्शक दिशा पर हि चले |

·       अगर आप स्वस्थ हो तबही फंक्शन में जायेअथवा जाना रद्द करे

·       आप भी मास्क लगाये और अपने परिवार के हर व्यक्ती को मास्क जरूर लगाये |

·       मिलने-जुलने में कम से कम एक मिटर कि याने पांच फुट कि दुरी अवश्य  बनाये रखे |

·       मुसाफा या हस्तांदोलन से पऱ्हेज करना हि बेहतर समझे |

·       बार बार साबुन से अपने दोनो हात धोते रहे |

             ·       और हां SANITIZER का इस्तेमाल करना ना भुले |   

 

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